सपने और सच्चाई

इस ब्लॉग के लिखने के पीछे का एकमात्र चाहत यह कि सपने और सच्चाई में छुपी हुई कड़ी को समझना |
सपने सच्चे ही देखने चाहिए, सच्चे सपने सभी के लिए लाभदायक होंगे | अगर हम सपनो में सच्चाई देखना चालू कर देंगे तो हम बुरे सपने भी ना के बराबर ही देखेंगे और हमारा व्यक्तित्व सकारात्मक रहेगा | एक अच्छे इंसान में यह खासियत होती है |
सपने और सच्चाई में समन्वय बनाये रखने के लिए अपने सपने में सच्चाई देखें, आपको आपका रास्ता अपने आप ही मिल जायेगा |
कुछ होने के लिए भी तो सपना देखना पड़ता है .. कुछ करने के लिए भी तो सपना देखना पड़ता है ..
वैसे .. वस्तुतः यह अलग बात है की सपने देखने में और सपनों में रहने में ज़ाहिर तौर पर काफी फर्क है
सपने में रहते हुए हवा में ही गोते मारना सरासर गलत है ..
कुछ ऊँचा करने की सोच रखना या उसे असलियत में बदलने के लिए भी ऐसी सोच को विक्सित करना ज़रूरी है .. अगर ऐसी ही वास्तविक भाव में नहीं रहेगी तो कुछ होने या साकार करने के आसार ही खत्म हो जायेंगे ..
एक अच्छी सोच के पीछे एक छोटा सा नकारात्मक विचार भी एक तीली से आग भडकाने का काम कर देता है |
अच्छी सोच और एक सही द्रष्टिकोण रखने से भाव में अच्छी चीज़ें असलियत में होती हैं, अच्चा सोचें, सच्चे और सबके हित में सोचें, तो चीज़ें अपने आप होंगी, the feasibility will surely come !
Try making a prolonged thinker personality upon the smear of the edge .. The thing like viability, feasibility reliability will instantly follow, while you'll be diligent enough to carryout the realm, you're actually working on ..
अपने अंदर एक अच्छाई और नेक स्वाभाव के होने से बढ़प्पन का भाव स्वयं घर करेगा। 
ये सभी चीज़ें शीघ्र अति शीघ्र चालू करने से आएँगी।
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