सबसे आसान शब्द,
चाहे वह,
किसी भी भाषा, चरित्र या आवाज़ में हो,
हर जीव, या तो यह जनता है, अन्यथा हौसला रखता है कि यथार्थ समय पर वह जान जाए,
अपने-अपने प्रायक अर्थ में . . .
यह
वह अमृत है,
जो
हमें हमारे
ज्ञान, शिक्षा और समझ
के बूते पर
कुछ, कुछ भी और हर कुछ,
से मिलता है . . .
यह कुछ कहने लायक है,
यह कुछ भी सुनने लायक है,
यह हर कुछ समझने लायक है,
यह मेरे बारे में नहीं है,
यह आपके बारे में नहीं है,
और
न कि हमारे बारे में,
क्यूंकि
यह है,
उसके बारे में,
जिसे जिंदगी कहते हैं ..!