Mindblowing pieces of Hindi Daily!

I came across these on the return journey from my home during last month. Read the following and get enlightened.



इन दो अंशों से मेरा सरोकार हुआ घर से वापसी की यात्रा के दौरान रेलगाड़ी में, पहला 2008 के मुंबई धमकों के मास्टरमाइंड हाफ़िज़ सईद  और मशहूर पत्रकार वेद प्रताप वैदिक  के वार्तालाप के बारे में एक व्यंग है और दूसरा ओशो  द्वारा लिखा गया एक लेख जो मैं और तू के होने पे सवाल उठता है ।